

दिल्ली में पिछले 10 दिनों से एक भी बूंद बारिश नहीं हुई है। यह संकेत है कि मानसून अब जल्द ही विदाई लेने वाला है। अक्सर, राजधानी से मानसून की पूरी तरह वापसी से पहले एक “पार्टिंग शॉवर” यानी विदाई की बारिश होती है। स्काईमेट के अनुसार, 17 से 19 सितंबर के बीच दिल्ली/NCR में हल्की और छिटपुट बारिश होने की संभावना है। 18 सितंबर को यह संभावना और ज्यादा है। हालांकि, बारिश बहुत कम समय के लिए और हल्की होगी, लेकिन यही बारिश मानसून की विदाई का रास्ता साफ कर सकती है।
मानसून वापसी और तापमान में बढ़ोत्तरी
लगातार सूखे मौसम के कारण दिन का तापमान बढ़ रहा है। सफदरजंग बेस स्टेशन ने सितंबर में पहली बार 36°C का आंकड़ा पार किया। इससे पहले 20 अगस्त 2025 को 36.2°C दर्ज किया गया था। वहीं, दक्षिण-पश्चिम मानसून पहले ही पश्चिमी राजस्थान से पीछे हटना शुरू कर चुका है। दिल्ली-एनसीआर में भी अब नमी कम हो रही है और हवाएं धीमी पड़ रही हैं। साफ आसमान, धूप और नमी की कमी मानसून की वापसी के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बना रही हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में सक्रिय मौसमी सिस्टम
इस समय गंगा के मैदानी इलाकों में एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ (द्रोणी) सक्रिय है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सीमांचल (बिहार) तक फैली हुई है। इस ट्रफ में दो छोटे चक्रवाती सिस्टम शामिल हैं, जिसमें एक पश्चिमी बिहार में और दूसरा मध्य उत्तर प्रदेश में है। इनकी वजह से बिहार और यूपी में मध्यम से तेज बारिश होगी।
दिल्ली के लिए विदाई की बौछार
यह ट्रफ दिल्ली के पास तक फैली है, इसलिए राजधानी में भी “एडियू शॉवर्स” यानी विदाई की हल्की बारिश संभव है। हालांकि इसमें न तो जोरदार गरज होगी और न ही बिजली की चमक, लेकिन घने बादल और हल्की बारिश राजधानी को मानसून विदाई का एहसास दिलाएंगी।
21 सितंबर से पोस्ट-मानसून मौसम
विशेषज्ञों का मानना है कि 21 सितंबर से दिल्ली का मौसम पूरी तरह से पोस्ट-मानसून (मानसून के बाद वाला) रंग ले लेगा। यानी साफ आसमान, दिन में हल्की गर्मी और नमी में स्पष्ट कमी नजर आएगी। दिल्ली में अब मानसून लगभग वापसी की दहलीज पर है और केवल एक हल्की बारिश का इंतजार बाकी है।
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