बंगाल की खाड़ी में फिर उठेगा तूफान, तमिलनाडु–आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश के आसार

By: AVM GP Sharma | Edited By: Mohini Sharma
Nov 26, 2025, 2:15 PM
WhatsApp icon
thumbnail image

बंगाल की खाड़ी में एक और तूफान की संभावना, प्रतीकात्मक फोटो

मुख्य मौसम बिंदु

  • बंगाल की खाड़ी में नया तूफान बनने के संकेत
  • श्रीलंका, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की संभावना
  • अनुकूल समुद्री तापमान से सिस्टम मजबूत हो सकता है
  • तटीय राज्यों को सतर्कता और तैयारी की सलाह

अंडमान सागर में बने तूफान से भारत के पूर्वी तट को अब कोई खतरा नहीं है। लेकिन अब दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (BoB) में एक और तूफान विकसित होने की आशंका है। यह सिस्टम तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के समुद्री तटों पर भारी से बहुत भारी बारिश ला सकता है। यह तूफान एक असामान्य स्थान पर विकसित हो रहा है, लेकिन चक्रवात अक्सर परंपराओं और मौसमीय तर्क को चुनौती देते हैं। अनुमानित तूफान पहले श्रीलंका, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र को प्रभावित करेगा और बाद में तमिलनाडु, पाक जलडमरूमध्य और आंध्र प्रदेश पर प्रहार कर सकता है।

COMORC.PNG

बंगाल की खाड़ी में फिर से तूफान बनने के आसार, सैटेलाइट इमेज

बंगाल की खाड़ी में मजबूत निम्न दबाव क्षेत्र

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, दक्षिण-पूर्व श्रीलंका और भूमध्यरेखा से लगे क्षेत्र में एक स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। इसका केंद्र लगभग 5.7° उत्तर अक्षांश और 81.7° पूर्वी देशांतर पर खुले समुद्र में, श्रीलंका की मुख्य भूमि के दक्षिण में स्थित है। यह सिस्टम भी बहुत नीचे, भूमध्यरेखा के पास बना है, जहां कोरिओलिस बल कम होता है, जो चक्रवात को तेज़ करने के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि, अन्य मौसमीय परिस्थितियाँ अनुकूल हैं—समुद्री सतह का तापमान आवश्यक स्तर से काफी ऊपर है और हवाओं की कतरन (Wind Shear) भी मध्यम है। बादलों की संरचना भी संकेत दे रही है कि बैंड और अधिक तेज़ी से विकसित होंगे।

COMOR.PNG

अगले 24 घंटों में डिप्रेशन, फिर डीप डिप्रेशन की संभावना

यह निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में डिप्रेशन में बदल सकता है और आगे बढ़कर यहीं पर डीप डिप्रेशन भी बन सकता है। सिस्टम के मजबूत होने की एक और सकारात्मक वजह यह है कि अत्यंत दक्षिण-पूर्व अरब सागर में भी एक स्पष्ट चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है, जो हिंद महासागर के भूमध्यरेखीय क्षेत्र के पास है। जब यह सिस्टम 28–29 नवंबर 2025 तक तूफान बनने की राह पर होगा, तब यह परिसंचरण धीरे-धीरे आगे बढ़कर इसमें मिल जाएगा और इसे और ताकत देगा। यह एकीकृत प्रणाली तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी तट और मन्नार की खाड़ी की ओर बढ़ने से पहले तूफान को मजबूत कर सकती है।

28 नवंबर से बारिश, 29–30 नवंबर को चरम असर

दक्षिणी तटीय तमिलनाडु में बारिश 28 नवंबर से शुरू हो सकती है, लेकिन 29 और 30 नवंबर 2025 को इसका प्रकोप चरम पर पहुंचने की आशंका है। चार दिन से आगे के पूर्वानुमान में मॉडल की विश्वसनीयता कम हो जाती है, इसलिए आगे की भविष्यवाणी तभी अधिक सटीक होगी जब सिस्टम डिप्रेशन या डीप डिप्रेशन का स्पष्ट रूप ले लेगा। इस बीच, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को अपनी तैयारी और संसाधन मजबूत कर लेने चाहिए, ताकि संभावित चुनौती का सामना किया जा सके।

author image
AVM GP Sharma
President of Meteorology & Climate Change
AVM Sharma, President of Meteorology & Climate Change at Skymet Weather Services, is a retired Indian Air Force officer who previously led the Meteorological Branch at Air Headquarters in New Delhi. With over a decade of experience at Skymet, he brings a wealth of knowledge and expertise to the organization.
FAQ

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, श्रीलंका के दक्षिण-पूर्वी हिस्से और आसपास के समुद्री क्षेत्र में।

तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और श्रीलंका के तटीय क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा प्रभाव हो सकता है।

28 से 30 नवंबर 2025 के बीच तेज बारिश और तूफानी हालात बनने की संभावना है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

Skymet भारत की सबसे बेहतर और सटीक निजी मौसम पूर्वानुमान और जलवायु इंटेलिजेंस कंपनी है, जो देशभर में विश्वसनीय मौसम डेटा, मानसून अपडेट और कृषि जोखिम प्रबंधन समाधान प्रदान करती है