किसानों को बड़ी राहत: उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून की वापसी, तेज बारिश से फसलों को मिलेगी नई जान
Aug 22, 2025, 7:25 PM | Skymet Weather Team
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यूपी-बिहार में भारी बारिश

दक्षिण-पश्चिम मानसून अब उत्तर भारत में फिर से सक्रिय हो गया है। उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश का दौर तेज़ हो रहा है। जहां यूपी अब तक सामान्य बारिश की श्रेणी में बना हुआ है, वहीं बिहार में सीज़नल कमी करीब 27% दर्ज की गई है। जुलाई के अंत तक बारिश की कमी ने किसानों में फसलों को लेकर चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन हाल के दिनों में हालात सुधरे हैं।

मौसम प्रणालियाँ सक्रिय

मानसून ट्रफ उत्तर की ओर खिसक गई है, जो इस समय गंगानगर से ग्वालियर, सतना होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली है। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जिससे नमी का संकेंद्रण बढ़ा है।यह ट्रफ अगले 4–5 दिन इंडो-गंगेटिक प्लेन्स पर बनी रहेगी, जिससे यूपी और बिहार में अच्छी बरसात के आसार हैं। इन तीनों मौसम प्रणालियों के कारण बारिश की वापसी हुई है।

बारिश से मिला किसानों को सहारा

क्षेत्र में बारिश बढ़ चुकी है। यूपी और बिहार के कई हिस्सों में 15–35 मिमी की मध्यम बारिश दर्ज हुई। इससे मिट्टी की नमी बढ़ी है और जलस्तर में सुधार हुआ है। जुलाई और अगस्त की शुरुआत में कम बारिश से परेशान किसानों को अब तत्काल राहत मिली है।

उत्तर प्रदेश में बारिश का पूर्वानुमान

उत्तर प्रदेश में मध्यम बारिश जारी रहेगी, जबकि कुछ जगहों पर भारी बारिश की भी संभावना है। बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, फैजाबाद, प्रतापगढ़, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, गोंडा, बस्ती और आसपास के इलाकों में बहुत अच्छी बारिश होने के आसार हैं।

बिहार में बारिश का हाल

बिहार में कई जिलों में तेज बौछारें देखने को मिल सकती हैं। बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, बेगूसराय, गया, औरंगाबाद, नवादा, जमुई, बांका, भागलपुर और खगड़िया अच्छी बारिश वाले ज़िलों में शामिल हैं। वहीं, उत्तर बिहार (जैसे चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुज़फ्फरपुर, गोपालगंज, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार) में हल्की से बिखरी बारिश ही होगी।

बारिश का खेतों और कृषि पर असर

यह बारिश किसानों के लिए बेहद अहम साबित होगी। क्योंकि धान, मक्का, दालें और तिलहन जैसी खरीफ फसलें बचने और सुधरने लगेंगी। मिट्टी की नमी और भूजल भंडार बेहतर होंगे। रबी सीज़न की तैयारी के लिए अनुकूल माहौल मिलेगा। बिहार के किसानों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, जहां अब तक फसल नुकसान का डर बना हुआ था।

आगे के दिनों में मौसम का हाल

अगले 4–5 दिन तक मानसून ट्रफ इंडो-गंगेटिक मैदानों पर सक्रिय रहेगा। यूपी और बिहार में हफ्ते के अंत तक अच्छी बारिश की उम्मीद है। हालांकि बारिश का बंटवारा असमान होगा क्योंकि मध्य और दक्षिण जिलों में ज्यादा, उत्तर बिहार में कम बादल बरसेंगे। लेकिन कुल मिलाकर यह मानसून रिवाइवल खेती और जल उपलब्धता दोनों के लिए लाभकारी रहेगा।

जुलाई की चिंताओं और अगस्त की कमजोर शुरुआत के बाद अब मानसून की वापसी ने यूपी और बिहार के किसानों को उम्मीद दी है। आने वाले दिनों की बरसात फसलों को सहारा देगी, जलस्तर सुधारेगी और खेती-किसानी में नई ऊर्जा भर देगी।