

दिल्ली में पिछले 10 दिनों से कोई बारिश दर्ज नहीं हुई है। सफदरजंग बेस स्टेशन में सितंबर में अब तक सिर्फ 85 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य मासिक औसत 128 मिमी है। वहीं, मानसून विदाई नजदीक है और इस महीने राजधानी अपने औसत लक्ष्य से पीछे रह सकती है। हालांकि, 17-18 सितंबर को शहर और आसपास के इलाकों में हल्की व छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
मानसून विदाई और चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति
मानसून की विदाई देश के पश्चिमी छोर से शुरू हो चुकी है। अब सतह और निचले स्तरों पर मानसून ट्रफ का ट्रैक नहीं किया जाएगा। मानसून वापसी की प्रक्रिया राजस्थान, गुजरात, पंजाब और उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों के कुछ हिस्सों से आगे बढ़ सकती है, फिलहाल दिल्ली को छोड़कर। महाराष्ट्र के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्रों में कम दबाव का अवशेष चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार पर भी शीघ्र ही एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। यह सिस्टम आगे बढ़ते हुए इंडो-गंगेटिक मैदानों तक पहुंचेगा।
नया सिस्टम और दिल्ली का मौसम
दोनों चक्रवाती परिसंचरण आपस में मिलकर उत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर एक व्यापक परिसंचरण बनाएंगे। इस दौरान एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा, पूर्वोत्तर राजस्थान से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार तक फैली रहेगी, जो दिल्ली-एनसीआर के करीब होगी। इसके चलते 17-18 सितंबर को दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश हो सरकती है। वहीं, दिल्ली में होने वाली यह वर्षा हल्की होगी और इसके कारण तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आएगा। अधिकतम तापमान 35 डिग्री के आसपास और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के करीब रहने की संभावना है।